वीर पशुपतिनाथ अवार्ड से चार जिला के 22 पुलिसकर्मी और पदाधिकारी किए गए सम्मानित


मुजफ्फरपुर । मुजफ्फरपुर के आईजी के द्वारा आज 4 जिला के 22 पुलिस कर्मी और अधिकारियों को दिया गया है वीर पशुपतिनाथ अवार्ड। बता दें कि वैशाली जिले के वलिगॉव में 8 अप्रैल 1959 में तत्तकालीन पातेपुर SHO पशुपतिनाथ ने एक दर्जन डकैतों से रात में तकरीबन 7 घंटे अकेले मुठभेड़ करते हुए गंभीर रूप से घायल हुए थे और चार डकैतों को भी गोली लगी थी। उसकी भी बाद में मौत हुई और कई डकैतों के पकड़े भी गए और सजा भी हुआ। लेकिन 09 अप्रैल 1959 को मुज़फ़्फ़रपुर के मे इलाज के क्रम में पशुपतिनाथ ने अंतिम सांस ली व मरणोपरांत शहीद पशुपतिनाथ को राष्ट्रपति द्वारा गैलेंट्री अवार्ड प्रदान किया गया था। उनके याद में वर्ष 1960 से पुलिस कर्मियों और ग्रामीणों द्वारा समारोह आयोजित करके उत्कृष्ट कार्यो के लिए अब भी वीर पशुपतिनाथ अवार्ड से पुलिसकर्मियो को संम्मानित करने की प्रक्रिया शुरू हुई।
यह बिहार में एक यही समारोह है जिसमे की हजारों की लोग इकठ्ठा होकर पशुपतिनाथ जी को याद करते है और 1960 में तत्तकालीन पुलिस महानिदेशक के ही हाथों मूर्ति का अनावरण किया गया था पहले 10 जिलों के 40 पुलिस कर्मियों को मैडल से संम्मानित किया जाता था लेकिन इस वर्ष से सिर्फ 04 जिलों के ही 22 पुलिस कर्मी पदाधिकार संम्मानित हो रहे हैं।
इस अवसर पर गणेश कुमार,भा पू से आईजी मुज़फ़्फ़रपुर ने सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह और सरैया डीएसपी राजेश कुमार को उत्कृष्ट कार्यो के लिए संम्मानित करते हुए कहा कि पुलिस निर्भीक होकर ईमानदारी से कार्य करें क्योंकि समाज के निर्माण में अब पुलिस की भी भूमिका अहम है। वही इस अवसर पर एसएसपी जयन्तकान्त ने भी इस सभा को संबोधित किया और कहा कि इस प्रकार पुलिस को संम्मानित करने से पुलिस का मनोबल बढ़ता है।
रिपोर्ट – विशाल कुमार