पानी-पानी हुआ आरा पुलिस लाइन और नारकीय जिन्दगी को मजबूर वहाँ के पुलिसकर्मी।


आरा : जिनके ऊपर पूरे प्रदेश में सुशासन कायम करने की जिम्मेदारी है,वो आज लाचार और बदहाल स्थिति में हैं।जी हाँ,हम बात कर रहे हैं राजधानी पटना से सटे आरा पुलिस लाइन की।पिछले कई दिनों से आरा का न्यू पुलिस लाइन सरकार और मौसम की मेहरबानी से पानी-पानी है।पुलिस लाइन के अंदर जाना मुश्किल है।मुख्य द्वार से सामने कार्यालय तक का पूरा रास्ता जलमग्न है।जवान जूता-मौजा खोल,अपनी पैंट ठहुने तक मोड़ कर कार्यालय आने-जाने को मजबूर हैं।पुलिस लाइन का मैदान पूरी तरह जलमग्न है।


पूरा पुलिस लाइन अस्त व्यस्त है।पिछले कई दिनों से पुलिस लाइन से पानी बाहर निकालने की व्यवस्था की गई है,लेकिन हालत जस का तस बना हुआ है।ऐसी हालत में पुलिस के जवान जो स्वयं परेशानी में हैं,आम लोगों की रक्षा कैसे कर पाएंगे,ये बड़ा सवाल है।आरा पुलिस लाइन में पुलिसकर्मियों के लिए बने आवास की हालत भी काफी दयनीय है।उनके रहने के लिए जैसी व्यवस्था है उसमें तो जानवर भी रहना पसन्द न करें।


ऊपर से हद तो ये कि जब पूरा विश्व कोरोना संकट से जूझ रहा है,बिहार कोरोना का हॉट स्पॉट बनता जा रहा है,बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं,सरकार ने ऐसी विकट परिस्थिति में पुलिस में बड़े पैमाने पर तबादला कर पुलिसकर्मियों एवं उनके परिजनों की जिन्दगी संकट में डाल दी है।


एक तरफ सरकार प्रदेश में लॉकडाउन कर लोगों के कहीं आने-जाने पर प्रतिबंध लगाई हुई है,लोगों की सुरक्षा के लिए तरह-तरह के दिशा-निर्देश जारी करती है,तो वहीं दूसरी ओर पुलिसकर्मियों का तबादला कर सरकार ने उनकी जिन्दगी खतरे में डाल दी है।ऐसा लगता है जैसे सरकार की नजर में पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों के जान की कोई कीमत ही नहीं।आरा पुलिस लाइन की मौजूदा दयनीय हालत,बिहार पुलिस के जवानों की दुर्दशा की कहानी कहती है।प्रदेश के वर्तमान पुलिस कप्तान पूरे प्रदेश का मुआयना कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।काश कि वो आरा पुलिस लाइन के वर्तमान हालत का भी जायजा लेते और प्रदेश के पुलिसकर्मियों की हालात सुधारने के लिए कोई सार्थक प्रयास करते।