परिवार नियोजन पर बढ़ाई जागरुकता, विश्व जनसंख्या दिवस पर कार्यक्रम


नालंदा (बिहार) : हरनौत में दस जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस पर चैंपियन परियोजना के अंतर्गत हरनौत व चंडी प्रखंड में महिला वार्ड सदस्यों ने जागरुकता कार्यक्रम किये। इसकी थीम थी ‘आपदा में परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र व हर परिवार की है जिम्मेदारी’। इस दौरान वार्ड सदस्यों ने महिलाओं व नवयुवतियों को समझाया। उन्होंने बताया कि जनसंख्या दिवस महज बढ़ती आबादी को नियंत्रण करने की सीख देने वाला दिवस मात्र नहीं है। बल्कि, अपने पीछे व्यापक लक्ष्य समेटे है।


समन्वयक चंदन सिंह ने कहा कि कम उम्र में लड़की की शादी से जच्चा और होने वाला बच्चा दोनों की जिंदगी खतरे से खाली नहीं होती है। इसका असर बच्चे के मानसिक व शारीरिक विकास पर भी पड़ता है। बच्चों में तीन साल का अंतर रखने की बात कह कर उन्होंने बच्चों के बेहतर पालन-पोषण पर ध्यान आकृष्ट किया। युवाओं को अवांछित रोकने के उपायों की जानकारी दी गई।


इसी तरह कोलावां की मालती देवी ने कन्या भ्रूण हत्या को लेकर महिलाओं को जागरूक किया। कम उम्र में शादी के नुकसान को भी बताया। जागरुकता कार्यक्रम के दौरान विभिन्न गांवों में योजनाबद्ध ढंग से दो बच्चों की माता, नव दंपत्ति, किशोरियों के साथ बैठक, सास-बहू सम्मेलन व पुरुषों के साथ बैठक करके परिवार नियोजन के सार्थक अर्थ, सीमित परिवार के लाभ, विवाह की सही उम्र व पुरुषों के परिवार नियोजन में सहभागिता पर बल दिया गया।
रिपोर्ट – गौरी शंकर प्रसाद