पीएम मोदी का शिक्षा नीति पर संबोधन – शिक्षा नीति में सरकार का दखल कम और प्रासंगिक होना चाहिए


नई दिल्ली । सरकार की ओर से बीते दिनों ही नई शिक्षा नीति का ऐलान किया गया है,जिस पर अभी भी मंथन जारी है। आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी ने नई शिक्षा नीति पर आयोजित राज्यपालों की कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश के लक्ष्यों को शिक्षा नीति और व्यवस्था के जरिए ही पूरा किया जा सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि शिक्षा नीति में सरकार का दखल कम होना चाहिए।


पीएम मोदी ने कहा कि इस नीति को तैयार करने में लाखों लोगों से बात की गई, जिनमें छात्र-शिक्षक-अभिभावक सभी शामिल थे। इस शिक्षा नीति को लागू करना बहुत जरूरी है क्योंकि इससे 21 वीं सदी के भारत का निर्माण होना है। पीएम मोदी ने कहा कि इस शिक्षा नीति पर पांच साल से देश भर के लोगों ने अपने सुझाव दिए, ड्राफ्ट पर दो लाख से अधिक लोगों ने अपने सुझाव दिए थे। सभी लोग ने इसके निर्माण में अपना योगदान दिया है। व्यापक विविधताओं के मंथन से अमृत निकला है, इसलिए हर तरफ इस शिक्षा नीति का स्वागत हो रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि शिक्षा नीति क्या हो,कैसी हो,उसका मूल क्या हो, इस तरफ देश एक तरफ आगे बढ़ा है।
रिपोर्ट – अनिल कुमार