कंटेनमेंट जोन में किसी भी प्रकार की बर्दाश्त नहीं की जाएगी लापरवाही:-ए डी एम
No negligence will be tolerated in the Containment Zone: -ADM


संवाददाता: रविशंकर मिश्रा
मोतिहारी । जिला पदाधिकारी के निर्देशानुसार जिला स्तरीय बैठक करते हुए जिले में संचालित वैश्विक महामारी कोविड-19 से संक्रमित व्यक्तियों की कांटेक्ट हिस्ट्री लेते हुए हाई प्रायरिटी कांटेक्ट एवं लो प्रायरिटी कांटेक्ट के सभी व्यक्तियों की जांच अति शीघ्र किया जाए।बैठक की अध्यक्षता कमलेश कुमार डीडीसी के द्वारा बताया गया कि जिले में कुल 222 कंटेनमेंट जोन कार्यरत हैं जिसमें मोतिहारी शहरी क्षेत्र में 71 कंटेनमेंट जोन है।एडीएम आपदा के द्वारा बताया गया कि सभी अनुमंडल स्तर पर एवं प्रखंड स्तर पर एक नोडल पदाधिकारी प्रतिनियुक्त करते हुए कंटेनमेंट जोन संबंधित सभी कार्यों का निर्वहन कर संध्या समीक्षा 5:00 बजे संबंधित पदाधिकारी के साथ करेंगे।


कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति कि जैसे ही पहचान होती है उस व्यक्ति को मेडिकल किट उपलब्ध कराएं एवं उस व्यक्ति होम आइसोलेशन/स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराना सुनिश्चित करेंगे।जिले में कुल 6 आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं। जिसमें मोतिहारी सदर अस्पताल कैम्पस, अनुमंडलीय अस्पताल,पकड़ीदयाल, रेफरल अस्पताल ढाका एवं चकिया, डंकन अस्पताल रक्सौल में कोविड-19 मरीजों के लिए सर्वोत्तम व्यवस्था है।मोतिहारी शहरी क्षेत्र में संचालित कंटेनमेंट जोन में एडीएम अनिल कुमार के द्वारा निरीक्षण किया गया एवं प्रतिबंधित क्षेत्र में कोविड-19 प्रोटोकॉल नहीं मानने वाले पर महामारी अधिनियम के तहत उन पर धारा लगाते हुए उन्हें दंडित किया जाए।डब्ल्यूएचओ के द्वारा जिले में बनाए गए कंटेनमेंट जोन में प्रशासन उसकी पैनी नजर रखें एवं स्वास्थ्य विभाग सभी कोविड-19 संक्रमितों को मेडिकल किट सैनिटाइजेशन एवं आशा के द्वारा सभी संक्रमित का अगले 14 दिन तक फालोअप अनिवार्य करें। इस कार्य में किसी भी कर्मी के द्वारा अगर लापरवाही बरती जाती है तो उस कर्मचारी द्वारा महामारी फैलाने एवं सहयोग नहीं करने के जुर्म में आपदा की धारा लगाया जा सकता है।


मौके पर सिविल सर्जन डॉ0 अखिलेश प्रसाद सिंह, डॉ रंजीत राय, डीटीओ, डॉ0 शरतचंद्र शर्मा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, सहित सदर अस्पताल के सभी चिकित्सा पदाधिकारी, एव जिला महामारी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ0 राहुल राज,एव पार्टनर एजेंसी से डब्लूएचओ,यूनिसेफ, एव केयर प्रतिनिधि एवं डब्लूएचओ के फील्ड मॉनिटर नरोत्तम कुमार एव राकेश कुमार उपस्थित थे।