पंचायती चुनाव में शिक्षित युवाओं को एक्टिव रहने की हैं जरूरत..


वीरू उपाध्याय । आज बिहार में ऐसा प्रस्थिति बना हुआ है की वार्ड और मुखिया के कार्यों को छोड़ कर पंचायत में किसी और प्रतिनिधि के कार्य दिखता ही नहीं है ! पंचायत समिति, सरपंच और जिला पार्षद के हांथों में भी बहुत ऐसे निजी फण्ड आते है जिससे पंचायत का भला हो सके लेकिन अफसोस अज्ञानी प्रतिनिधि होने के कारण सारा खेल सचिव के हांथों होता है और यही कारण है की पंचायत के हर एक पंचायती फण्ड का पैसा अधिकतर सचिव और प्रतिनिधि के मिली भगत से कागज पर ही सारा पैसा निकाल लिया जाता है । और ये सारा चोरी करने का प्रशिक्षण सचिव के द्वारा दिया जाता है इसलिए पंचायत क्षेत्र पर विकास चाहिए तो हर एक पंचायत पद्द पर युवा को चुने और एक नया बिहार बनाने का प्रयास करें ! इसबार पंचायती चुनाव में किसी के आर्थिक रूप से मजबूती और किसी के दबंगई पर वोट ना करें, वोट सिर्फ शिक्षित, समझदार और सामाजिक युवाओं को ही करें ताकि आपके दुखों को समझ सके और आपके पंचायत के हर दुःख -सुख में सदैव खड़ा रहे !
इस बार पंचायती चुनाव में बिहार के लगभग जिले से हर पद्द पर अधिक से अधिक युवा प्रत्याशी को चुनाव में अपनी पहचान दिखानी होगी