भजपा दे सकती हैं मोकमा में अपना उमीदवार, दिलीप कुमार टुनटुन हो सकते भाजपा उम्मीदवार


पटना : एक तरफ कोरोना संक्रमण तो दूसरी तरह विधानसभा की चुनाव नजदीक आ चुकी हैं । विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने अपनी – अपनी तैयारी शुरू कर दी है । हम आज बात कर रहें हैं मोकामा विधानसभा छेत्र की जहां से लगभग 4 साल अनंत सिंह की कुर्सी कायम हैं । उन्होंने 2015 की विधानसभा चुनाव में जेल में रहते हुए अधिक वोटों से जीत हासिल किया हैं । बता दें कि पिछले 15 साल से विधायक अनंत सिंह क़ानूनी सिकंजे के घेरे में है और वह पिछले कई महीनो से पटना के बेउर जेल में बंद हैं ।


सभी पार्टियाँ चुनावी तैयारी में जुट गई है । हर पार्टी में एक से एक दावेदार हैं । बिहार की मुख्य पार्टी जनता दल यूनाइटेड में भी कई चेहरे हैं जो मोकामा से उम्मीदवार हो सकते हैं , पिछली बार जदयू ने अनंत सिंह को बाहर का रास्ता दिखाया था और नीरज कुमार को अपना उम्मीदवार घोषित किया था।अब मोकामा के ललन सिंह भी जदयू में है जो पिछले कई चुनावों में अनंत सिंह को कड़ी टक्कर दे चुके हैं , देखना दिलचस्प होगा की पार्टी इस चुनाव में किसे अपना उम्मीदवार घोषित करेगी ।


भारतीय जनता पार्टी में भी कई कद्दावर नेता है जो इस बार अपना भाग्य आजमाना चाहते हैं । ज्ञात हो की भाजपा की तरफ से अधिवक्ता प्रमोद कुमार आखिरी उम्मीदवार थे जिन्होंने करीब 25 साल पहले यंहा से चुनाव लड़ा था ।
वर्तमान में भाजपा बाढ़ जिला के प्रवक्ता और मोकामा विधानसभा सह प्रभारी दिलीप कुमार टुनटुन जी भी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं । मोकामा के हथिदह बुजुर्ग पंचायत के निवासी दिलीप कुमार बचपन से ही राष्टीय स्वयं सेवक दल के सदस्य रहे हैं । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ,बजरंग दल ,विश्व हिन्दू परिषद जैसे संस्थाओं में भी दिलीप कुमार अपनी सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं।


दिलीप ने कहा की वह मोकामा विधान सभा के एक कर्मठ और जुझारू कार्यकर्त्ता हैं । उन्होंने बताया कि पार्टी के बड़े अधिकारीयों द्वारा उन्हें हरी झण्डी मिल चुकी है इसलिए वह क्षेत्र में लोगों के बीच अपनी बात रख रहे हैं । पिछले कई सालों से राजग गठबंधन के विधायक रहते हुए भी मोकामा दिन व् दिन पिछडते चला गया । भाजपा इस बार मोकामा का चुनाव लड़ेगी इस लिए जमीनी तौर से सक्रिय कार्यकर्त्ता यंहा से लोगों से संपर्क कर रहे हैं । दिलीप कुमार पूर्व में हथिदह बुजुर्ग पंचायत के पंचायत समिति सदस्य रह चुके हैं और क्षेत्र की राजनीति में लगातार सक्रिय हैं।