बिहार सरकार ने छठ महापर्व को लेकर जारी की गाइडलाइन
पटना। कोरोना वायरस काल में त्योहारी सीजन को लेकर राज्य सरकारें अलर्ट मोड पर हैं। रोशनी के पावन त्योहार दिवाली के हर्षोल्लास के बाद अब देशभर में छठ पूजा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। बिहार में इस बार की छठ पूजा काफी खास मानी जा रही है, कोरोना वायरस काल में पहली बार है जब छठ पूजा के लिए राज्य सरकार ने रविवार को एक गाइडलाइन जारी की है। राज्य सरकार ने तीन दिन बाद बिहार के सबसे बड़े पर्व छठ पूजा के दिन श्रद्धालुओं को घाट पर अर्ध्य के दौरान तालाब में डुबकी नहीं लगाने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि देशभर में कोरोना वायरस महामारी का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में छठ पूजा पर भारी संख्या में लोगों के एक स्थान पर एकत्र होनें को लेकर बिहार सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बिहार सरकार ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि वह अपने क्षेत्र में घाटों के किनारे इस तरह बैरिकेडिंग लगाएं की श्रद्धालु पानी में डुबकी न लगा सकें। इसके अलावा गाइडलाइन में कहा गया है कि छठ पर्व के दौरान 60 साल के ऊपर के उम्र के व्यक्ति और 10 साल से कम उम्र के बच्चों और बुखार व कोरोना लक्षण से ग्रसित लोगों को घाट पर नहीं जाने की सलाह दी गई है। वहीं, इस बार छठ के अवसर पर न मेला लगेगा, ना ही जागरण और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।
गाइडलाइन में जिला प्रशासन को यह भी निर्देश दिया गया है कि वह लगातार लोगों से अपील करते रहें कि इस बार वह छठ पर्व घाटों पर ना जाकर अपने घरों में ही मनाएं। इसके बाद भी अगर श्रद्धालु तालाब या घाटों पर छठ पर्व मनाने आते हैं तो वहां जिला प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस गाइडलाइन का शख्ती से पालन किया जाए। गाइडलाइन में लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के कहा गया है, इसके अलावा घाटों पर मास्क लगाना अनिवार्य है। भगवान सूर्य की अर्घ्य के दौरान नदी-तालाब में डुबकी नहीं ला सकते और घाटों पर बच्चों, बुजुर्ग और बीमार को नहीं जाने की सलाह दी गई है।
रिपोर्ट – राज कुमार