बिहार संग्रहालय का स्थापना दिवस कल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे उद्घाटन

समारोह का मुख्य आकर्षण होगा ‘देवी एवं महिला’ विषय पर प्रदर्शनी

पटना : बिहार संग्रहालय में भारतीय उप महाद्वीप के इतिहास, कला, एवं संस्कृति की स्मृति के भौतिक अवशेष का वृहद् संग्रह है और अपनी विशिष्टता के लिए यह विश्व विख्यात है।

कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की सचिव श्रीमति बंदना प्रेयशी, बिहार संग्रहालय के महानिदेशक श्री अंजनी कुमार सिंह तथा प्रदर्शनी की क्यूरेटर डा. अलका पांडेय ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा बिहार के प्राचीन धरोहरों को भावी पीढ़ी के लिये सुरक्षित रखने एवं प्राचीन सभ्यता को संभालने संजोने को हमेशा महत्व दिया गया है। उसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए बिहार संग्रहालय का निर्माण किया गया जिसको बनाने का उद्देश्य बिहार कि सांस्कृतिक विरासत को विश्व स्तरीय मापदण्ड पर प्रदर्शित कर बिहार की जनता को लाभान्वित कराना है।

बिहार के गौरवशाली एवं गरिमामयी इतिहास एवं इससे जुड़े संग्रहों का समुचित प्रदर्शन, नव संग्रहालय विज्ञान की अवधारणा का समावेश, बदलते सामाजिक परिवेश में संग्रहालय की बदलती अवधारणा, संग्रहालय में आधुनिक इलेक्ट्रोनिक दृश्य-श्रव्य उपकरणों के माध्यम से बिहार के वासियों को तथा बिहार के बाहर के व्यक्तियांे को जानकारी देने के उेद्दश्य से राज्य सरकार द्वारा बिहार संग्रहालय का निर्माण किया गया।

बिहार संग्रहालय वर्ष 2015 को आम दर्षक को समर्पित किया गया था, अल्पसमय में ही संग्रहालय ने देश-दुनिया में अपना मकाम हासिल किया है। कई राज्य सरकारों के द्वारा अपने राज्य में संग्रहालय के निर्माण हेतु बिहार संग्रहालय को मानक मानते हुए कार्य किया जा रहा है।

माह फरवरी 2022 में महानिदेशक महोदय के द्वार बिहार संग्रहालय में पदभार सम्हाला है तबसे ही बिहार संग्रहालय को अपने मुकाम हासिल करने में गति मिली है। समय-समय पर संग्रहालय के अलग-अलग बिषय वस्तु पर आधारित कार्यक्रम किये जा रहे हैं ताकि आम दर्षकां को संग्रहालय से जोड़ा जा सके। साथ ही हमारी विरासत के विराट रूप से दर्षकों को अवगत कराया जा सके।

इसी क्रम में बिहार संग्रहालय का स्थापना दिवस का समारोह एक और कदम है। समारोह का विषय वस्तु भी सरहानीय है। समारोह का प्रमखु आकर्षण ’दवेी एवं महिला’ के बिषय पर प्रदर्शनी है।

यह प्रदर्षनी कला के विभिन्न आयामां को दर्शाती है, साथ ही नारी के ऐतिहासिक परंपरा को भी दर्षाती है। जिसमें उनके केष सज्जा, आभूषण एवं अन्य अलंकरणों को सुन्दरता से दिखाया गया है।

स्थापना दिवस समाराहे पूरे दो माह तक मनाया जा रहा है जिसमं प्रदर्षनी के अलावा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें प्रत्येक रविवार को भोजपुरी लोकगीत, मैथिली लोकगीत, मगही/अंगीका/वज्जिका लोकगीत, फिल्म निगम के सहयोग से महिलाओं पर आधारित फिल्म शो आदि हैं ।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रदर्षनी एवं अन्य कार्यक्रम बिहार की प्रसिद्ध महिलाओं  को समर्पित है, जो परिवर्तन और विकास की प्रेरक रहीं हैं।

बिहार संग्रहालय का स्थापना दिवस दिनाकं 07 अगस्त 2022 को मनाया जा रहा है। इस अवसर पर दो माह तक निम्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा ।

प्रदर्शनी: ’’देवी एवं महिला’’ (दिनांक 07 अगस्त से 07 अक्टूबर 2022) कला मेलाः दिनाकं 08 से 09 अगस्त 2022

प्रत्येक रविवार (संध्या में आयोजित होने वाले  कार्यक्रम)

दिनाकं 7 अगस्त 2022: भोजपुरी लोकगीत

दिनाकं 14 अगस्त 2022ः मैथिली लोकगीत

दिनाकं 21 अगस्त 2022: मगही/अंगीका/वज्जिका लोकगीत

दिनाकं 28 अगस्त 2022: महिलाओं पर आधारित फिल्म शो

दिनाकं 4 सिंतबर 2022: बिहार विरासत पर आधारित प्रष्नोत्तरी

प्रतियोगिता

दिनाकं 11 सिंतबर 2022: कला एवं मीडिया पर आधारित कार्यषाला

दिनाकं 18 सिंतबर 2022: बिहार के लोकगीत नाटे: प्रवेश निःशुल्क

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Shares