डंडवास पंचायत के मुखिया द्वारा महापर्व छठ पूजा के उपलक्ष में नारियल एवं पूजा सामग्री का किया गया वितरण।


कैमूर से विवेक कुमार सिन्हा की रिपोर्ट
छठ महापर्व में डूबा डंडवास व भटवलीया
मोहनिया, कैमूर : लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा पूरे बिहार में धूमधाम से मनाया जाता है बिहार और उत्तर प्रदेश के अलावे आज पूरे भारत में छठ पर्व महापर्व के तौर पर मनाया जाता है छठ पूजा उत्तर भारत में की जाने वाली भगवान सूर्य और छठी मैया को समर्पित चार दिवसीय त्यौहार है ।
इस साल त्यौहार 28 अक्टूबर 2022 को नहाए खाए से शुरू होता है और 29 अक्टूबर शनिवार को खरना
30 अक्टूबर रविवार को डूबते सूरज को और अर्ध और
31 अक्टूबर सोमवार को उगते हुए सूरज को आर्थिक के साथ समापन होगा।भगवान सूर्य की पूजा व्रतियों या भक्तों द्वारा परिवार के सदस्यों की समृद्धि और भलाई के लिए की जाती है
छठ पर्व के उपलक्ष में जिले के मोहनिया प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत डंडवास के मुखिया राजेश प्रसाद के द्वारा भोखरी पंचायत के भटवलीया में नारियल एवं पूजा सामग्री वितरण किया प्राप्त करने वाली छठव्रतियों की उमड़ी भीड़। डंडवास पंचायत के मुखिया राजेश प्रसाद द्वारा लगातार कई दिनों से डंडवास पंचायत में पूजा सामग्रियों का वितरण किया जा रहा है इसी कड़ी में पत्नी आरती देवी के साथआज भटवलीया एवं मुजान व भोखरी पंचायत में भी घर घर जा कर पूजा सामग्रियों का वितरण किया गया।वही सामग्री प्राप्त करने वाली छठव्रतियों ने मुखिया को आशीर्वाद दिया और कहा कि बगल के पंचायत के मुखिया राजेश प्रसाद द्वारा वितरण कर सराहनीय काम किया गया है।।
मुखिया राजेश प्रसाद ने पंचायत की जनता से अपील करते हुए कहा कि लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाएं और साथ ही उन्होंने सभी पंचायत वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं का संदेश दिया।
यहां बता दे कि छठ कठिन पर पर्वो मे से एक है जो 36 घंटे तक चलता है इस पर में 36 घंटे निर्जला व्रत रख सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है। यह व्रत मनोकामना पूर्ति के लिए किया जाता है महिलाओं के साथ पुरुष भी व्रत करते हैं कार्तिक माह की चतुर्थी की तिथि पर नहाए खाए होता है। इसके बाद दूसरे दिन खरना और तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्ध दिया जाता है चौथे दिन उगते सूरज को अर्ध देने के बाद व्रत का पारण किया जाता है