कैमूर जिले के मत्स्य विभाग से लेकर तालाबों पर दबंगों का कब्जा


कैमूर जिले के मत्स्य विभाग से लेकर तालाबों पर दबंगों का कब्जा
Kaimur : बिहार के कैमूर से एक खबर सामने आ रही है जिले के तालाबों से लेकर मत्स्य विभाग पर दबंगों का कब्जा है सरकार द्वारा चलाई जा रही है जीविकोपार्जन योजना में लाखों का हो रहा है बंदरबांट विभागीय खामोशी से दबंग अपनी कर रहे हैं मनमानी सरकारी योजना पर प्रश्न चिन्ह लगता दिखाई दे रहा है वही भभुआ प्रखण्ड में 158 तलाबों का हुआ था मछली पालन के लिए टेंडर,सिर्फ 12 तलाब है सलामत,बाकी पर है दबंगो का कब्जा।सोनहन के बहुअन में दबंगो का है तलाब पर कब्जा,18 लोगो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज के बाद भी पुलिस नहीं कि गिरफ्तारी,वही पुलिस गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है अभी सभी आरोपी है फरार।वही भभुआ प्रखंड के सचिव मत्स्य विभाग का कहना है कि 5 साल के लिए पूरे प्रखण्ड के लिए 158 तलाब का टेंडर हुआ था जिसमे सिर्फ 12 तलाब सलामत है बाकी पर अतिक्रमण है पर सरकार 5 लाख रुपया हर साल पैसा लेती है 5 वर्ष के लिए ,जो तलाब में मछली भी है तो गाँव के दबंगो का कब्जा है,कई बार पुलिस प्रशासन से गुहार लगाई गई कई बार तलाब पर प्रशासन भी गई पर कोई सुनवाई नहीं हुई,थाने में 18 लोगो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई,सरकार तलाब का टैक्स तो लेती है पर दबंगो से कब्जा नहीं हटा रही है जिससे मछुआरों की स्थिति काफी खराब होती जा रही है।अब सवाल है कि जितना तलाब का टेंडर हुआ उतना तलाब ही नही है जो तलाब है उसपर दबंगो का कब्जा है तो मसत्स्य विभाग आखिर टेंडर क्यो करती है ,टेंडर के बाद भी दबंगो से कब्ज क्यो नहीं हटाती,देखना होगा कि कब मछुआरों को तलाब मिलता है जिससे मछली मार सकते है।
कैमूर से विवेक कुमार सिन्हा की रिपोर्ट